कोरोना से हो रही गैंगरीन: काटनी पड़ीं मरीजों की आंतें, एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड से पकड़ में आ रहीं नई बीमारियां

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कानपुर
Published by: शिखा पांडेय
Updated Thu, 05 May 2022 07:55 AM IST

सार

कोरोना संक्रमण के आंतों में जाने पर रोगी को डायरिया हो जाता है। कोरोना की जांच लार और नाक के द्रव्य के अलावा मल के सैंपल से भी की जाती है। शुरुआत में लोग इसी भ्रम में रहे कि कोरोना सिर्फ फेफड़ों को ही खराब कर रहा है लेकिन अब पोस्ट कोविड रोगियों में आंतों की खराबी और गैंगरीन का लक्षण आ रहा है।

प्रतीकात्मक तस्वीर।

प्रतीकात्मक तस्वीर।
– फोटो : PTI

ख़बर सुनें

विस्तार

कोरोना संक्रमण से सिर्फ फेफड़े ही खराब नहीं होते हैं, इस वायरस का लिवर और आंतों पर भी तगड़ा असर पड़ रहा है। यह आंतों को ब्लॉक कर देता है, जिससे गैंगरीन हो जाती है और आंतों को काटना पड़ता है। कुछ रोगी तो मर भी जाते हैं। जो बच गए, वे इस वक्त बहुत बुरी हालत में हैं। यह बात आईएमएसीजीपी रिफ्रेशर कोर्स में हैदराबाद से आए विशेषज्ञ डॉ. संदीप लखटकिया ने बताई।

उन्होंने इस तरह के रोगियों पर प्रस्तुति भी दी। बताया कि कोरोना संक्रमण ने नसों में ब्लॉकेज कर दिया। एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड से नसों का ब्लॉकेज हटाया जा सकता। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के सभागार में चल रहे रिफ्रेशर कोर्स में बताया गया कि कोरोना की चपेट में आए 20 रोगियों की आंतों में सूजन आ गई। इसके साथ ही आंतें प्रभावित भी हुईं।

कोरोना संक्रमण के आंतों में जाने पर रोगी को डायरिया हो जाता है। कोरोना की जांच लार और नाक के द्रव्य के अलावा मल के सैंपल से भी की जाती है। शुरुआत में लोग इसी भ्रम में रहे कि कोरोना सिर्फ फेफड़ों को ही खराब कर रहा है लेकिन अब पोस्ट कोविड रोगियों में आंतों की खराबी और गैंगरीन का लक्षण आ रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *