प्रदेश में 12 साल में तीसरी भीषण गर्मी, पारा 47.4 डिग्री, 16 मई को राहत के आसार

सार

हरियाणा में हिसार-सोनीपत सबसे गर्म रहा। नौ जिलों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने 14 मई तक भीषण गर्मी और प्रचंड लू का यलो अलर्ट जारी किया गया है।

ख़बर सुनें

मई माह के आगे बढ़ने के साथ हरियाणा में भीषण गर्मी का दौर शुरू हो गया है। गुरुवार को प्रदेश में इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा, वहीं पिछले 12 साल में तीसरी बार सबसे अधिक पारा रहा। हिसार के बालसमंद और सोनीपत के जगदीश में दोनों स्थानों पर अधिकतम तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले 29 अप्रैल को हिसार जिले में तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस पहुंचा था। 

आसमान से बरसती आग और गर्म हवा के थपेड़ों ने प्रदेशवासियों को बेहाल कर दिया। प्रदेश के तीन जिलों में पारा 47 और नौ जिलों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा। अधिकतम तापमान सामान्य से तीन से 6 डिग्री सेल्सियस अधिक है। मौसम विभाग ने 14 मई तक भीषण गर्मी और प्रचंड लू का यलो अलर्ट जारी किया है। आने वाले दिनों में तापमान में दो डिग्री सेल्सियस तक और बढ़ोतरी हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार 16 मई को पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मौसम में बदलाव आएगा। इससे राहत मिलने की संभावना है।

1998 में 48.8 डिग्री सेल्सियस का रिकॉर्ड 
मई माह में वर्ष 1998 में हिसार जिले में अधिकतम तापमान 48.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो अब तक का रिकॉर्ड है। 

वर्ष         तापमान 

  • 2021    47.4        
  • 2020    48.0
  • 2017    47.1
  • 2016    47.8
  • 2013    47.3
इसलिए बढ़ा पारा 
भारतीय मौसम विभाग के नारनौल स्थित सब सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि मरुस्थली हवाओं के चलने से प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ रही है। हालांकि कुछ जिलों में उमस वाली गर्मी भी पड़ रही है। अब रात के तापमान में भी बढ़ोतरी हो रही है। 

पंचकूला में हल्की बारिश 
भीषण गर्मी के बीच पंचकूला, चंडीगढ़ में शाम को हल्की बारिश हुई। डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि हरियाणा के बीच से होकर एक तिरछी टर्फ रेखा के कारण मौसम में अस्थिर भी रहा। दोपहर बाद बादलों के साथ धूल भरी तेज हवाएं चलीं। 

अब आगे ऐसा रहेगा मौसम 
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले तीन दिनों में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। आंशिक बादलवाही के साथ धूल भरी हवाएं भी चलेंगी। 16 मई को एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसकी वजह से कुछ स्थानों पर मौसम में बदलाव आएगा। इससे प्रचंड लू और भीषण गर्मी से राहत मिलने की संभावना है।

प्रदेश में गुरुवार को अधिकतम तापमान

  • बालसमंद (हिसार)        47.4
  • जगदीशपुर (सोनीपत)    47.4
  • सिरसा (एडब्ल्यूएस)      47.2
  • टोहाना (फतेहाबाद)      46.0
  • महेंद्रगढ़                     45.8 
  • रोहतक (एडब्ल्यूएस)    45.6
  • नारनौल                      45.5
  • जींद                          45.4
  • अंबाला                       39.7
  • करनाल                      39.6

राहत : मानसून जल्द दे सकता है दस्तक, 15 मई को अंडमान में बारिश के आसार
नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिम मानसून देश में जल्द ही दस्तक दे सकता है। मौसम विभाग ने गुरुवार को कहा कि अंडमान और निकोबार द्वीप में 15 मई को मानसून की पहली बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के 15 मई के आसपास दक्षिण अंडमान सागर और इससे लगते दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी पहुंचने की संभावना है।

 

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि केरल तट पर मानसून के जल्द पहुंचने के पक्ष में सारी परिस्थितियां हैं। मानसून के जल्द आने से गर्मी से झुलस रहे देशवासियों को राहत मिल सकती है। आमतौर पर मानसून एक जून को केरल में दस्तक देता है। एजेंसी

विस्तार

मई माह के आगे बढ़ने के साथ हरियाणा में भीषण गर्मी का दौर शुरू हो गया है। गुरुवार को प्रदेश में इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा, वहीं पिछले 12 साल में तीसरी बार सबसे अधिक पारा रहा। हिसार के बालसमंद और सोनीपत के जगदीश में दोनों स्थानों पर अधिकतम तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले 29 अप्रैल को हिसार जिले में तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस पहुंचा था। 

आसमान से बरसती आग और गर्म हवा के थपेड़ों ने प्रदेशवासियों को बेहाल कर दिया। प्रदेश के तीन जिलों में पारा 47 और नौ जिलों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा। अधिकतम तापमान सामान्य से तीन से 6 डिग्री सेल्सियस अधिक है। मौसम विभाग ने 14 मई तक भीषण गर्मी और प्रचंड लू का यलो अलर्ट जारी किया है। आने वाले दिनों में तापमान में दो डिग्री सेल्सियस तक और बढ़ोतरी हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार 16 मई को पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मौसम में बदलाव आएगा। इससे राहत मिलने की संभावना है।

1998 में 48.8 डिग्री सेल्सियस का रिकॉर्ड 

मई माह में वर्ष 1998 में हिसार जिले में अधिकतम तापमान 48.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो अब तक का रिकॉर्ड है। 

वर्ष         तापमान 

  • 2021    47.4        
  • 2020    48.0
  • 2017    47.1
  • 2016    47.8
  • 2013    47.3

इसलिए बढ़ा पारा 

भारतीय मौसम विभाग के नारनौल स्थित सब सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि मरुस्थली हवाओं के चलने से प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ रही है। हालांकि कुछ जिलों में उमस वाली गर्मी भी पड़ रही है। अब रात के तापमान में भी बढ़ोतरी हो रही है। 

पंचकूला में हल्की बारिश 

भीषण गर्मी के बीच पंचकूला, चंडीगढ़ में शाम को हल्की बारिश हुई। डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि हरियाणा के बीच से होकर एक तिरछी टर्फ रेखा के कारण मौसम में अस्थिर भी रहा। दोपहर बाद बादलों के साथ धूल भरी तेज हवाएं चलीं। 

अब आगे ऐसा रहेगा मौसम 

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले तीन दिनों में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। आंशिक बादलवाही के साथ धूल भरी हवाएं भी चलेंगी। 16 मई को एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसकी वजह से कुछ स्थानों पर मौसम में बदलाव आएगा। इससे प्रचंड लू और भीषण गर्मी से राहत मिलने की संभावना है।

प्रदेश में गुरुवार को अधिकतम तापमान

  • बालसमंद (हिसार)        47.4
  • जगदीशपुर (सोनीपत)    47.4
  • सिरसा (एडब्ल्यूएस)      47.2
  • टोहाना (फतेहाबाद)      46.0
  • महेंद्रगढ़                     45.8 
  • रोहतक (एडब्ल्यूएस)    45.6
  • नारनौल                      45.5
  • जींद                          45.4
  • अंबाला                       39.7
  • करनाल                      39.6


राहत : मानसून जल्द दे सकता है दस्तक, 15 मई को अंडमान में बारिश के आसार

नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिम मानसून देश में जल्द ही दस्तक दे सकता है। मौसम विभाग ने गुरुवार को कहा कि अंडमान और निकोबार द्वीप में 15 मई को मानसून की पहली बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के 15 मई के आसपास दक्षिण अंडमान सागर और इससे लगते दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी पहुंचने की संभावना है।

 

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि केरल तट पर मानसून के जल्द पहुंचने के पक्ष में सारी परिस्थितियां हैं। मानसून के जल्द आने से गर्मी से झुलस रहे देशवासियों को राहत मिल सकती है। आमतौर पर मानसून एक जून को केरल में दस्तक देता है। एजेंसी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *