Aaj Ka Shabd Tikaou Gajanan Madhav Muktibodh Best Poem Bhitar Jo Shunya Hai – आज का शब्द: टिकाऊ और गजानन माधव मुक्तिबोध की कविता- भीतर जो शून्य है

                
                                                             
                            'हिंदी हैं हम' शब्द श्रृंखला में आज का शब्द है- टिकाऊ, जिसका अर्थ है- टिकने या कुछ दिनों तक काम देने वाला, मजबूत। प्रस्तुत है गजानन माधव मुक्तिबोध की कविता- भीतर जो शून्य है
                                                                     
                            

भीतर जो शून्य है
उसका एक जबड़ा है
जबड़े में माँस काट खाने के दाँत हैं ;
उनको खा जायेंगे,
तुम को खा जायेंगे ।

भीतर का आदतन क्रोधी अभाव वह
हमारा स्वभाव है,
जबड़े की भीतरी अँधेरी खाई में
ख़ून का तालाब है।
 

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47 minutes ago

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