Astrology
lekhaka-Gajendra sharma
नई
दिल्ली,
02
मई।
वैशाख
शुक्ल
तृतीया
अक्षय
तृतीया
स्वयंसिद्ध
मुहूर्त
में
से
एक
है।
इस
बार
3
मई
2022
मंगलवार
को
आ
रही
अक्षय
तृतीया
पर
योगों
की
त्रिवेणी
बन
रही
है।
इस
दिन
मंगलकारी
रोहिणी
नक्षत्र,
शोभन
योग
और
रवियोग
की
त्रिवेणी
में
पर्व
मनाया
जाएगा,
जो
सर्व
कार्यो
में
सिद्धि
देने
वाला,
अक्षय
गुना
शुभ
फल
देने
वाला
रहेगा।
इस
दिन
प्रारंभ
किए
गए
शुभ
कार्यो
का
फल
अक्षय
रहेगा,
अर्थात
उनका
कभी
क्षरण
नहीं
होगा।
इस
बार
तृतीया
तिथि
की
वृद्धि
भी
हो
रही
है
जो
शुभकारी
माना
जाता
है।

Akshay
Tritiya
2022:
जानें
कब
हैं
अक्षय
तृतीया
और
क्या
है
इसका
महत्व
|
वनइंडिया
हिंदी
वैशाख
शुक्ल
तृतीया
तिथि
3
मई
मंगलवार
सूर्योदय
पूर्व
प्रात:
5.19
से
प्रारंभ
होकर
4
मई
बुधवार
को
प्रात:
7.35
बजे
तक
रहेगी।
इस
प्रकार
तृतीया
तिथि
3
और
4
मई
दोनों
के
दिन
के
सूर्योदय
को
स्पर्श
करने
के
कारण
तिथि
वृद्धि
हो
रही
है।
3
मई
को
रोहिणी
नक्षत्र
दिवस
रहते
हुए
रात्रि
3.18
बजे
तक
रहेगा।
इसी
प्रकार
शोभन
योग
सायं
4.13
बजे
तक
रहेगा।
चूंकि
3
मई
को
तृतीया
तिथि
दिवस
रहेगी
इसलिए
अक्षय
तृतीया
3
मई
को
ही
मनाई
जाएगी।
इसी
दिन
रवियोग
भी
दिवस
रहते
हुए
रात्रि
3.19
बजे
तक
रहेगा।
चार
ग्रहों
की
प्रबलता
करेगी
शुभ
फल
में
वृद्धि
अक्षय
तृतीया
के
दिन
चार
ग्रहों
की
प्रबलता
इस
दिन
किए
गए
शुभ
कार्यो
के
फल
में
वृद्धि
करेगी।
इस
दिन
चंद्रमा
अपनी
उच्चराशि
वृषभ
में,
शुक्र
अपनी
उच्चराशि
मीन
में
रहेगा।
इसके
साथ
ही
गुरु
और
शनि
भी
क्रमश:
स्वराशि
मीन
और
कुंभ
में
रहेंगे।
इन
ग्रहों
का
शुभ
फल
में
वृद्धि
होगी।
इन
संयोगों
में
शुभ
कार्य
करने
का
अनंत
गुना
फल
प्राप्त
होगा।
खरीदी
का
महामुहूर्त
अक्षय
तृतीया
स्वयंसिद्ध
मुहूर्त
होने
के
कारण
इस
दिन
बड़ी
संख्या
में
सामूहिक
विवाह
समारोहों
का
आयोजन
होता
है।
इसके
अलावा
यह
दिन
खरीदी
के
लिए
भी
महामुहूर्त
कहा
जाता
है।
इस
दिन
जो
भी
क्रय
किया
जाता
है
उसका
कभी
क्षय
नहीं
होता।
इस
दिन
स्वर्णाभूषण,
भूमि,
भवन,
वाहन
आदि
खरीदना
शुभ
होता
है।
इस
दिन
दान-पुण्य
करने
का
भी
बड़ा
महत्व
होता
है।
English summary
This year Akshaya Tritiya will be celebrated on May 3. here is shubh muhurat and auspicious time to buy gold and other things on Akshaya Tritiya.