इस साल होने वाले कान्स फिल्म फेस्टिवल में भारत आधिकारिक कंट्री ऑफ ऑनर के तौर पर हिस्सा लेगा। यह फेस्टिवल इस साल 17 मई से 28 मई तक आयोजित किया जाएगा। यह पहली बार है जब फेस्टिवल में ऑनर ऑफ कंट्री किया जा रहा है। इस साल से शुरू हुई इस नई परंपरा को भविष्य में होने वाले इस फिल्म फेस्टिवल के संस्करणों में भी जारी रखा जाएगा।
इस साल होने वाला यह फिल्म फेस्टिवल कई मायने में भारत के लिए अहम है। एक तरफ जहां भारत ब्रिटिश शासन से अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। वहीं, दूसरी तरफ कान उत्सव भी इस साल अपनी 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस फिल्म फेस्टिवल का जश्न 18 मई को मैजेस्टिक बीच पर एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर्स जेरोम पाइलार्ड और गिलाउम एस्मिओल के परिचय और भारत के सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर के स्वागत भाषण के साथ शुरू होगा।
इस साल इस फिल्म फेस्टिवल में भारत प्रमुखता से दिखाई देगा। इस साल अभिनेत्री दीपिका पादुकोण मुख्य फीचर फिल्म प्रतियोगिता में बतौर जूरी नजर आने वाली हैं। इसके अलावा फेस्टिवल में भारतीय फिल्म निर्माता शौनक सेन की सनडांस ग्रैंड जूरी पुरस्कार विजेता “ऑल दैट ब्रीथ्स” की एक विशेष स्क्रीनिंग की जाएगी। साथ ही मशहूर भारतीय लेखक सत्यजीत रे की “प्रतिद्वंदी” (1970) और अरविंदन गोविंदन की “द सर्कस टेंट” को फेस्टिवल के कान्स क्लासिक्स स्ट्रैंड में दिखाया जाएगा।
मशहूर भारतीय निर्देशक रे की यह फिल्म बंगाली लेखक सुनील गंगोपाध्याय की कहानी पर आधारित थी। इस फिल्म ने 1971 में सर्वश्रेष्ठ निर्देशन के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार सहित तीन भारतीय राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीते थे। फिल्म को फोटो-नकारात्मक फ्लैशबैक जैसी तकनीकों के लिए जाना जाता है। यह अनुभवी अभिनेता धृतिमान चटर्जी की पहली फिल्म थी।
वहीं, 19 मई को होने वाले “भारत: द कंटेंट हब ऑफ द वर्ल्ड” कार्यक्रम में भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव अपूर्व चंद्रा, भारत के केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी और अनुभवी भारतीय फिल्म निर्माता शेखर कपूर शामिल होंगे। 22 मई को एमआईबी के एनिमेशन दिवस के हिस्से के रूप में एक एनीमेशन-समर्पित नेटवर्किंग कॉकटेल में भारतीय पेशेवरों और उनकी प्रतिभाओं दिखाया जाएगा।