चेन्नई और मुंबई के बीच मुकाबले में उस वक्त अजीब परिस्थिति देखने को मिली, जब स्टेडियम के कुछ हिस्सों में बिजली चली गई और डीआरएस तकनीक ने काम करना बंद कर दिया। बिजली नहीं होने के कारण मैच के शुरुआती 10 गेंद तक डिसीजन रिव्यू सिस्टम (डीआरएस) उपलब्ध नहीं हो सका और इसका नुकसान चेन्नई की टीम को उठाना पड़ा।
आईपीएल 2022 के 59वें मुकाबले में मुंबई इंडियंस (एमआई) ने चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को पांच विकेट से हरा दिया। इस हार के साथ चेन्नई की टीम मुंबई के बाद प्लेऑफ की रेस से बाहर होने वाली दूसरी टीम बनी। मैच काफी लो स्कोरिंग रहा और कुल 200 रन बनने में 15 विकेट गिरे। इसमें चेन्नई के पूरे 10 विकेट और मुंबई के पांच विकेट शामिल हैं।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी चेन्नई की टीम को पारी के पहले ही ओवर में दो झटके लगे। डेनियल सैम्स ने डेवोन कॉनवे और मोईन अली को पवेलियन भेज पहले ही ओवर में मैच अपनी टीम के पक्ष में कर दिया, क्योंकि कॉनवे इस सीजन चेन्नई के सबसे इन फॉर्म बल्लेबाज थे।
उन्होंने इस मैच से पहले 85 नाबाद, 56 और 87 रन की पारी खेली थी। मैच में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के अलावा चेन्नई का कोई बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। सात बल्लेबाज तो दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके। वहीं, तीन बल्लेबाज शून्य पर भी आउट हुए।
1. शॉर्ट सर्किट: चेन्नई और मुंबई के बीच मुकाबले में उस वक्त अजीब परिस्थिति देखने को मिली, जब स्टेडियम के कुछ हिस्सों में बिजली चली गई और डीआरएस तकनीक ने काम करना बंद कर दिया। बिजली नहीं होने के कारण मैच के शुरुआती 10 गेंद तक डिसीजन रिव्यू सिस्टम (डीआरएस) उपलब्ध नहीं हो सका और इसका नुकसान चेन्नई की टीम को उठाना पड़ा। शुरुआती 10 गेंद में चेन्नई के तीन खिलाड़ी आउट हुए। इसमें कॉनवे, मोईन अली और रॉबिन उथप्पा शामिल हैं। कॉनवे और उथप्पा तो एल्बीडब्ल्यू आउट हुए और पावरकट होने से डीआरएस नहीं ले सके। इस बारे में स्टेडियम में मौजूद टीम का कहना है कि उथप्पा के आउट होने के बाद डीआरएस तकनीक ने काम करना शुरू किया था।
2. कॉनवे का पहली गेंद पर आउट होना: पिछले कुछ मैचों में कॉनवे ने ही चेन्नई के लिए ढेर सारे रन बनाए थे। ऐसे में उनका विकेट चेन्नई के लिए महंगा पड़ा। कॉनवे गोल्डन डक का शिकार हुए और एक गेंद खेलकर बिना खाता खोले पवेलियन लौटे। कॉनवे ने टी-20 क्रिकेट में 3996 रन बनाए हैं और 90 बार आउट हुए। हालांकि, यह सिर्फ दूसरी बार है जब कॉनवे टी-20 करियर में एल्बीडब्ल्यू आउट हुए। पिछली बार कॉनवे फरवरी 2013 में टी-20 में एल्बीडब्ल्यू आउट हुए थे। इसके बाद पहले ही ओवर में मोईन अली भी शून्य पर आउट हुए तो सीएसके की टीम बैकफुट पर आ चुकी थी।
विकेट मिलने पर जश्न मनाते सैम्स
3. तेज गेंदबाजों को स्विंग और सीम मिलना: मैच में एक फेज तक तेज गेंदबाजों ने कहर बरपाया। पहले मुंबई के गेंदबाजों ने मैदान से मिल रही मदद का फायदा उठाया। उन्होंने पिच से मिल रही स्विंग और सीम की बदौलत चेन्नई के टॉप ऑर्डर को तहस नहस कर दिया। एक के बाद एक कई विकेट निकाल मुंबई ने चेन्नई की कमर तोड़ दी। डेनियल सैम्स ने चार ओवर में 16 रन देकर तीन विकेट झटके। वहीं, बुमराह ने भी कहर बरपाते हुए तीन ओवर में सिर्फ 12 रन खर्च किए और एक विकेट झटका। राइली मेरेडिथ को भी दो विकेट हासिल हुए।
4. पावरप्ले में पांच विकेट गिरना: चेन्नई ने पावरप्ले यानी पहले छह ओवर में 32 रन बनाकर पांच विकेट गंवा दिए थे। कॉनवे और मोईन के अलावा, ऋतुराज गायकवाड़ सात रन, उथप्पा एक रन, अंबाती रायुडू 10 रन बनाकर पवेलियन लौट चुके थे। ऐसे में पूरी जिम्मेदारी धोनी के कंधों पर थी। शिवम दुबे भी 10 रन और ड्वेन ब्रावो 12 रन बनाकर पवेलियन चलते बने। धोनी ने 33 गेंदों पर नाबाद 36 रन की पारी खेली।
रायुडू को पवेलियन भेजने के बाद जश्न मनाती मुंबई की टीम
5. चेन्नई के गेंदबाजों का भी कहर: 98 रन के मामुली लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई इंडियंस की भी शुरुआत खराब रही। चेन्नई के तेज गेंदबाजों का भी कहर देखने को मिला और ऐसा लगा मैच में जान आ गई। मुकेश चौधरी ने ईशान किशन, डेनियल सैम्स और ट्रिस्टन स्टब्स तो वहीं सिमरजीत सिंह ने कप्तान रोहित शर्मा को पहले पांच ओवर के अंदर पवेलियन भेजा तो लगा कि चेन्नई मैच में वापसी कर लेगी। हालांकि, युवा तिलक वर्मा, ऋतिक शौकीन और टिम डेविड ने बेहतरीन बल्लेबाजी कर मुंबई को जीत दिलाई।
चेन्नई के कप्तान धोनी ने मुश्किल परिस्थिति में धैर्य और साहस दिखाया। एक छोर से विकेट गिरते रहने के बावजूद धोनी दूसरे छोर पर डटे रहे। उन्होंने 33 गेंदों पर नाबाद 36 रन की पारी खेली। इसमें चार चौके और दो छक्के शामिल हैं। कोई दूसरा बल्लेबाज उनका साथ नहीं दे पाया।
वहीं, पिछले कुछ समय से आउट ऑफ फॉर्म चल रहे एमआई के कप्तान रोहित शर्मा इस मैच में भी बेरंग दिखे। शुरुआत में रोहित ने जरूर चार चौके लगाए, लेकिन सिमरजीत की ऑफ स्टंप के बाहर से जा रही गेंद पर बल्ला लगाकर विकेटकीपर धोनी को कैच थमा बैठे। रोहित ने 14 गेंदों पर 18 रन की पारी खेली।
सकारात्मक पक्ष: चेन्नई की तेज गेंदबाजी ही इस मैच में सिर्फ टीम के लिए सकारात्मक पक्ष रहा। 98 रन जैसे छोटे से लक्ष्य का बचाव करने उतरी चेन्नई की टीम के पास तेज गेंदबाजी में कोई बड़ा नाम नहीं था। मुकेश चौधरी और सिमरजीत ने मिलकर स्विंग और सीम का जमकर फायदा उठाया और पहले आठ ओवर में गेंदबाजी कर डाली।
धोनी ने पहले आठ ओवर में किसी और गेंदबाज को गेंद ही नहीं सौंपी। इन दोनों ने मुंबई पर लगाम लगाए रखा और आठ ओवर में 46 रन ही बनाने दिए। तब तक मुंबई ने चार विकेट गंवा दिए थे। हालांकि, चेन्नई की टीम लक्ष्य का बचाव नहीं कर सकी, लेकिन युवा मुकेश और सिमरजीत ने अपने प्रदर्शन से दिल जीत लिया।
मुकेश चौधरी
नकारात्मक पक्ष: चेन्नई के बल्लेबाज पूरी तरह से फ्लॉप रहे। ऐसा नहीं है कि चेन्नई ने पहली बार तीन विकेट जल्दी गंवाए थे, पहले भी कई बार ये हुआ, लेकिन मजबूत मध्यक्रम ने तब चेन्नई को बचा लिया था। हालांकि, इस मैच में ये देखने को नहीं मिला। टॉप ऑर्डर के फेल रहने के बाद मिडिल ऑर्डर भी फेल हो गया। उथप्पा, रायुडू, शिवम दुबे और ब्रावो कुछ खास नहीं कर सके।
सकारात्मक पक्ष: डेनियल सैम्स का फॉर्म में वापस लौटना टीम के लिए सबसे सकारात्मक पहलू रहा। इसी सीजन कोलकाता के खिलाफ एक मैच में सैम्स ने एक ओवर में 35 रन लुटाए थे। इसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। हालांकि, उन्होंने वापसी की और गुजरात को एक ओवर में नौ रन नहीं बनाने दिया और अब चेन्नई के खिलाफ चार ओवर में मात्र 16 रन देकर तीन विकेट झटके।
बुमराह भी फॉर्म में लौट चुके हैं। पिछले मैच में बुमराह ने पांच विकेट झटके थे। इस मैच में उन्होंने तीन ओवर में एक मेडन समेत 12 रन देकर एक विकेट झटका। मेरेडिथ ने भी दो विकेट लिए। इसके अलावा तिलक वर्मा अब तक इस सीजन मुंबई की खोज रहे हैं। उन्होंने एक बार फिर मुश्किल परिस्थिति में शानदार बल्लेबाजी कर टीम को जीत दिलाई। तिलक वर्मा 32 गेंदों पर 34 रन बनाकर नाबाद रहे।
डेनियल सैम्स
नकारात्मक पक्ष: ईशान किशन और रोहित शर्मा इस सीजन अब तक टीम को एक भी मैच में अच्छी शुरुआत दिला पाने में नाकाम रहे हैं। चेन्नई के खिलाफ भी ये देखने को मिला। ईशान छह रन बनाकर विकेट गंवा बैठे, जबकि रोहित 18 रन बना सके। पहली बार तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे सैम्स एक रन बनाकर चलते बने। डेब्यू मैच में ही युवा ट्रिस्टन स्टब्स शून्य पर आउट हुए। 97 रन के छोटे स्कोर का पीछा करने में आधी टीम पवेलियन लौट गई।
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आईपीएल 2022 के 59वें मुकाबले में मुंबई इंडियंस (एमआई) ने चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को पांच विकेट से हरा दिया। इस हार के साथ चेन्नई की टीम मुंबई के बाद प्लेऑफ की रेस से बाहर होने वाली दूसरी टीम बनी। मैच काफी लो स्कोरिंग रहा और कुल 200 रन बनने में 15 विकेट गिरे। इसमें चेन्नई के पूरे 10 विकेट और मुंबई के पांच विकेट शामिल हैं।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी चेन्नई की टीम को पारी के पहले ही ओवर में दो झटके लगे। डेनियल सैम्स ने डेवोन कॉनवे और मोईन अली को पवेलियन भेज पहले ही ओवर में मैच अपनी टीम के पक्ष में कर दिया, क्योंकि कॉनवे इस सीजन चेन्नई के सबसे इन फॉर्म बल्लेबाज थे।
उन्होंने इस मैच से पहले 85 नाबाद, 56 और 87 रन की पारी खेली थी। मैच में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के अलावा चेन्नई का कोई बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। सात बल्लेबाज तो दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके। वहीं, तीन बल्लेबाज शून्य पर भी आउट हुए।