Dc Vs Srh Analysis: सनराइजर्स की हार के विलेन कप्तान विलियमसन, पुरानी टीम पर जमकर बरसे वॉर्नर, जानें टर्निंग पॉइंट

सार

इस जीत के साथ ही दिल्ली की टीम अंक तालिका में पांचवें स्थान पर पहुंच गई। वहीं, हैदराबाद पांचवें से छठे स्थान पर खिसक गई। सनराइजर्स की इस हार के विलेन कप्तान केन विलियमसन रहे। उन्होंने कैच भी छोड़े और रन भी नहीं बनाए।

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सनराइजर्स हैदराबाद की टीम जीत की पटरी से उतरकर लगातार हारने लगी है। टीम ने सीजन की शुरुआत लगातार दो हार के साथ की थी। उसके बाद उसने लगातार पांच मैचों में जीत हासिल की। ऐसा लगा कि सनराइजर्स की टीम प्लेऑफ में आसानी से पहुंच जाएगी, लेकिन टूर्नामेंट का दूसरा हाफ टीम के लिए अच्छा नहीं रहा। टीम को पिछले तीनों मैचों में हार मिली है।

गुरुवार (पांच मई) को दिल्ली कैपिटल्स ने सनराइजर्स को 21 रनों से हरा दिया। दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में तीन विकेट पर 207 रन बनाए। जवाब में सनराइजर्स की टीम 20 ओवर में आठ विकेट पर 186 रन ही बना सकी। इस जीत के साथ ही दिल्ली की टीम अंक तालिका में पांचवें स्थान पर पहुंच गई। वहीं, हैदराबाद पांचवें से छठे स्थान पर खिसक गई। सनराइजर्स की इस हार के विलेन कप्तान केन विलियमसन रहे। उन्होंने कैच भी छोड़े और रन भी नहीं बनाए।

दिल्ली कैपिटल्स बनाम सनराइजर्स हैदराबाद
मैच में टर्निंग पॉइंट्स:
पॉवेल को मिले तीन जीवनदान:
किसी खिलाड़ी को एक जीवनदान कभी-कभी इतना महंगा होता है कि टीम को हार का सामना करना पड़ता है। अब आप अगर किसी को तीन जीवनदान देंगे तो वह निश्चित रूप से भारी पड़ेगा। यही सनराइजर्स के साथ हुआ। उसने वेस्टइंडीज के विस्फोटक बल्लेबाज रोवमन पॉवेल को एक नहीं तीन जीवनदान दिए। 

14वें ओवर की चौथी गेंद पर सीन एबॉट की गेंद पर कार्तिक त्यागी ने उनका कैच छोड़ा। तब पॉवेल 15 रन बनाकर खेल रहे थे। इसके बाद 15वें ओवर की पहली गेंद पर कप्तान केन विलियमसन ने उन्हें जीवनदान दिया। यह सबसे आसान कैच था। उमरान मलिक की गेंद को पॉवेल सही से नहीं खेल पाए। गेंद सीधे विलियमसन के हाथों में गई, लेकिन वो कैच नहीं ले पाए। इसके बाद 18वें ओवर की पांचवीं गेंद को पॉवेल ने बाउंड्री की ओर मारा। कार्तिक त्यागी गेंदबाजी कर रहे थे। बाउंड्री पर एडेन मार्कराम कैच नहीं लपक पाए। गेंद छह रनों के लिए बाउंड्री के बाहर चली गई। पॉवेल ने 35 गेंदों पर नाबाद 67 रन बना दिए।


सनराइजर्स के ओपनर्स फेल: 208 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी सनराइजर्स की टीम को एक मजबूत शुरुआत की आवश्यकता थी। अभिषेक शर्मा और केन विलियसमन बल्लेबाजी के लिए उतरे। दोनों 26 गेंदों के अंदर आउट होकर पवेलियन लौट गए। अभिषेक को खलील अहमद ने कुलदीप के हाथों कैच कराया। उन्होंने छह गेंदों पर सिर्फ सात रन बनाए। उनके बाद केन विलियनसन को एनरिच नोर्त्जे ने ऋषभ पंत के हाथों कैच करा दिया। विलियमसन ने 11 गेंदों पर चार रन ही बनाए। दो विकेट गिर जाने के बाद सनराइजर्स की टीम पटरी से उतर गई।

दोनों कप्तानों का कैसा रहा प्रदर्शन
कप्तानों में ऋषभ पंत ने इस मैच में बाजी मारी। उन्होंने 16 गेंदों पर तेजी से 26 रन बनाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 162.50 का रहा। पंत ने कप्तानी भी अच्छी की। गेंदबाजों को सही तरीके से रोटेट किया और फील्ड सही से सेट किया। सनराइजर्स के विकेट लगातार गिरते रहे। पंत ने लगातार विकेट लेने पर ध्यान दिया। इसका नतीजा टीम के पक्ष में रहा। दूसरी ओर, विलियमसन ने खुद फील्डिंग खराब की। बल्लेबाजी में भी फेल रहे। 11 गेंदों पर चार रन ही बना सके। उनका स्ट्राइक रेट 36.36 का रहा।


दिल्ली कैपिटल्स के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष:
डेविड वॉर्नर, ऋषभ पंत और रोवमन पॉवेल ने धमाकेदार बल्लेबाजी की। तीनों का स्ट्राइक रेट 150 से ज्यादा का रहा। तीनों ने मिलकर 12 छक्के लगाए। इनमें छह छक्के सिर्फ पॉवेल के थे। गेंदबाजी में खलील अहमद ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया। उन्होंने विकेट लेने के अलावा रन भी कम दिए। खलील ने चार ओवर में 30 रन देकर तीन विकेट लिए।

नकारात्मक पक्ष: ओपनिंग में मंदीप सिंह का प्रयोग फेल रहा। खाता खोले बगैर मंदीप पहले ओवर में भुवनेश्वर की गेंद पर आउट हो गए। मिचेल मार्श फिर से बड़ी पारी नहीं खेल सके। सात गेंद पर सिर्फ 10 रन बनाए।  गेंदबाजी में शार्दुल ठाकुर, एनरिच नोर्त्जे, मिचेल मार्श और कुलदीप यादव ने विकेट तो लिए, लेकिन चारों महंगे साबित हुए। आगे के मैचों में उन्हें कसी गेंदबाजी करनी होगी।


सनराइजर्स के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष:
गेंदबाजी में अनुभवी भुवनेश्वर कुमार ने कमाल किया। चार ओवर में सिर्फ 25 रन दिए और एक विकेट अपने नाम किया। बल्लेबाजी में एडेन मार्कराम और निकोलस पूरन ने कमाल किया। मार्कराम ने 25 गेंद पर 42 रन बनाए। वहीं, पूरन ने 34 गेंद पर 62 रन बनाए। दोनों ने सनराइजर्स को जीत के करीब पहुंचा दिया था।

नकारात्मक पक्ष: गेंदबाजी में भुवनेश्वर को छोड़कर सभी महंगे साबित हुए। सीन एबॉट, उमरान मलिक, श्रेयस गोपाल, एडेन मार्कराम ने 11 से ज्यादा की इकोनॉमी रेट से रन लुटाए। कार्तिक त्यागी ने भी चार ओवर में 37 रन दिए। बल्लेबाजी में कप्तान विलियमसन, अभिषेक शर्मा, राहुल त्रिपाठी और शशांक सिंह नाकाम रहे। त्रिपाठी ने 18 गेंद पर 22 रन बनाए, लेकिन उसे बड़ी पारी में नहीं बदल पाए। शशांक ने छह गेंद पर सिर्फ 10 रन बनाए। उन्हें आखिरी ओवरों में तेजी से रन बनाने थे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका और सनराइजर्स को हार का सामना करना पड़ा।

विस्तार

सनराइजर्स हैदराबाद की टीम जीत की पटरी से उतरकर लगातार हारने लगी है। टीम ने सीजन की शुरुआत लगातार दो हार के साथ की थी। उसके बाद उसने लगातार पांच मैचों में जीत हासिल की। ऐसा लगा कि सनराइजर्स की टीम प्लेऑफ में आसानी से पहुंच जाएगी, लेकिन टूर्नामेंट का दूसरा हाफ टीम के लिए अच्छा नहीं रहा। टीम को पिछले तीनों मैचों में हार मिली है।

गुरुवार (पांच मई) को दिल्ली कैपिटल्स ने सनराइजर्स को 21 रनों से हरा दिया। दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में तीन विकेट पर 207 रन बनाए। जवाब में सनराइजर्स की टीम 20 ओवर में आठ विकेट पर 186 रन ही बना सकी। इस जीत के साथ ही दिल्ली की टीम अंक तालिका में पांचवें स्थान पर पहुंच गई। वहीं, हैदराबाद पांचवें से छठे स्थान पर खिसक गई। सनराइजर्स की इस हार के विलेन कप्तान केन विलियमसन रहे। उन्होंने कैच भी छोड़े और रन भी नहीं बनाए।

दिल्ली कैपिटल्स बनाम सनराइजर्स हैदराबाद

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