Russia Ukraine War Day 73rd : रूस ने विजय दिवस की रिहर्सल परेड में थर्मोन्यूक्लियर मिसाइल प्रदर्शित कर पश्चिम को दी सख्त चेतावनी, अमेरिका भी नई पाबंदी को तैयार

रूस ने पश्चिमी देशों को सख्त चेतावनी देते हुए अपनी बहुचर्चित थर्मोन्यूक्लियर मिसाइलों को रेड स्क्वायर पर घुमाकर प्रदर्शित किया। इसे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का पश्चिमी देशों को कड़ा संदेश माना जा रहा है। रूस में विजय दिवस परेड की तैयारी चल रही है तो यूक्रेन में उसकी सेना के ताबड़तोड़ हमले जारी हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि आरएस-24 मिसाइल एक साथ 10 आयुध ले जाने में सक्षम हैं।

49.6 टन वजन वाला यह अंतरमहाद्वीपीय आयुध 24,500 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से 12,000 किलोमीटर दूरी तक हमला कर सकता है। सोमवार को होने वाले सालाना उत्सव के लिए रूस के पुरुष और महिला सैनिकों ने रूसी ध्वज लेकर क्रेमलिन में मार्च निकाला। 

शनिवार को परेड के पूर्वाभ्यास के दौरान 16 पहियों वाले वाहन पर निकाली गई धर्मोन्यूक्लियर मिसाइल का लोगों ने जमकर स्वागत किया। क्षमता को देखते हुए यह लंदन या न्यूयॉर्क को मिनटों में निशाना बना सकती है। पूर्वाभ्यास के दौरान सामूहिक विनाश के इस अस्त्र के साथ इस्कंदर-एम मिसाइल भी निकाली गई। इस दौरान रूस के आठ मिग-29 लड़ाकू विमानों ने जेड आकार में उड़ान भरी।

यूक्रेन में तेज होंगे हमले

रूस की नाजी जर्मनी पर विजय के उपलक्ष्य में मनाए जाने वाले विजय दिवस पर राष्ट्रपति पुतिन के यूक्रेन में जीत का जश्न भी मनाने की उम्मीद है। इससे सप्ताहांत में युक्रेन पर जोरदार हमले होने की आशंका है।

ईयू की प्रतिबंध सूची में पुतिन की कथित महिला मित्र का भी नाम

रूस-यूक्रेन युद्ध के 73वें दिन जहां मैरियूपोल के स्टील संयंत्र से 11 बच्चों समेत 50 लोगों को बाहर निकाला गया वहीं कई यूक्रेनी शहरों में बमबारी हुई। इस बीच, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समेत उनके कई मंत्रियों, अफसरों व करीबियों पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। ईयू ने प्रतिबंध सूची में पुतिन की कथित गर्लप्रेंड एलिना कबेवा का नाम शामिल करने का प्रस्ताव भी दिया है।

एलिना के साथ ही ईयू ने अपने प्रतिबंधों के छठे पैकेज को आगे बढ़ाया है। हालांकि रूस की के लिए स्वर्ण पदक जीत चुकी जिम्नास्ट कबेवा का नाम सूची में रखने के प्रस्ताव पर अभी अंतिम मुहर नहीं लगी है। ईयू आयोग के सूत्रों ने बताया कि इस प्रस्ताव का मानना या न मानना सदस्यों पर निर्भर करता है। लेकिन इस पर विचार चल रहा है।

इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूसी हमलों से निपटने के लिए यूक्रेन को गोले व राडार प्रणाली के लिए 15 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त सैन्य मदद भेजने को मंजूरी दे दी है। अमेरिकी संसद ने मार्च में यह राशि अधिकृत की थी। उन्होंने सांसदों से 33 अरब डॉलर की राशि को जल्द मंजूर करने की अपील भी की। 

यूएनएससी का गुटेरस के शांति प्रयासों को समर्थन

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने यूक्रेन पर अपना पहला बयान सर्वसम्मति से स्वीकृत किया है। इसमें 10 हफ्तों से जारी इस ‘युद्ध’ को लेकर शांतिपूर्ण समाधान खोजने के महासचिव एंतोनियो गुटेरस के प्रयासों के प्रति दृढ़ समर्थन जताया गया है। बैठक में स्वीकृत अध्यक्ष के बयान में ‘युद्ध’ या ‘हमले’ शब्द का जिक्र नहीं है। परिषद के कई सदस्य इसे रूस की सैन्य कार्रवाई कहते हैं। बयान में यूक्रेन में शांति-सुरक्षा को लेकर चिंता जताई गई।

कूटनीति और वार्ता एकमात्र विकल्प हो : भारत

भारत ने यूक्रेन में दिन-प्रतिदिन बिगड़ते हालात पर एक बार फिर चिंता जताते हुए कहा है कि युद्ध को समाप्त करने के लिए कूटनीति और वार्ता ही एकमात्र व्यावहारिक विकल्प होना चाहिए। यूएन में भारत के स्थायी काउंसलर प्रतीक माथुर ने कहा कि खून बहाकर इस समस्या का कोई हल नहीं निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा, भारत सभी पक्षों से हिंसा व शत्रुता को तत्काल खत्म करने की एक बार फिर अपील करता है।

अमेरिका ने रूस के युद्धक पोत के डूबने में अपनी संलिप्तता से किया किनारा

बाइडन प्रशासन ने रूसी मिसाइलों से लैस पोत मस्कवा के डूबने में अमेरिकी खुफिया तंत्र की भूमिका को खारिज किया है। एक दिन पहले एक अमेरिकी अधिकारी ने पुष्टि की थी कि अमेरिका ने यूक्रेन को जहाज की लोकेशन की जानकारी दी थी। वहीं, व्हाइट हाउस और पेंटागन ने पिछले महीने हुए हमले में अपनी सीमित भूमिका बताई और कहा कि यूक्रेनी सेना ने अपने फैसले खुद लिए। यह बयान अमेरिका के रूस से सीधे टकराव से बचने का संकेत है।

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